आर्यवन आर्ष कन्या गुरुकुल (क्रियात्मक योग तथा वैदिक शास्त्रों के अध्ययन-अध्यापन का केन्द्र)

आर्यवन विकास फार्म ट्रस्ट

अहमदाबाद से लगभग ७० किमी दूरी पर नगर के प्रदूषित व शोरयुक्त वातावरण से दूर शान्त, शुद्ध, सुरक्षित व सुरम्य वातावरण में स्थित, वैदिक संस्कृति के प्रचार प्रसार में संलग्न, किसी भी प्रकार की सरकारी सहायता के बिना, केवलमात्र आप दानी महानुभावों के सात्विक सहयोग से चलने वाले आर्यवन विकास फार्म ट्रस्ट की स्थापना सन् १९८१ में हुई । आर्यवन विकास फार्म ट्रस्ट के द्वारा पूज्य स्वामी सत्यपति जी के आशीर्वाद व उनके दार्शनिक विद्वान् शिष्यों के निरन्तर अथक परिश्रम से देश व विदेश में वैदिक संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए अनेकविध प्रवृत्तियां सुचारु रूप से चल रही हैं, जिनमें दर्शन योग महाविद्यालय, वानप्रस्थ साधक आश्रम, दयानन्द आर्य विद्यालय, देशी गायों के पालन पोषण के लिए विशाल गौशाला तथा वानप्रस्थ साधक आश्रम व दर्शन योग महाविद्यालय के माध्यम से किशोर चरित्र निर्माण शिविर, व्यक्तित्व विकास शिविर, सघन साधना शिविर, योग शिविर, यज्ञप्रशिक्षण शिविर, आयुर्वैदिक औषधालय, वैदिक आध्यात्मिक साहित्य का प्रकाशन , चारों वेदों का गुजराती में प्रकाशन, यज्ञादि अनेकविध प्रवृत्तियां उल्लेखनीय है ।